Dr Aditi dev

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लेखनी प्रतियोगिता -09-Jun-2022 हर हर गंगे

निकली शिव की जटाओं से ये निर्मल हैं,

मन देखो इसका कितना कोमल हैं|

कितना पवित्र जिसका जल हैं,
कहलाती गंगा एक पवित्र स्थल हैं|

ऋषिकेश में ऋषियों का वास हैं,
गंगा की लहरों में मां का आशीर्वाद है|

मां गंगा मानवता का कल हैं,
नहीं ये सिर्फ नदी का बहता जल हैं|

 तन साफ  गंगा में होता है,
ईश्वर का स्वरूप हृदय में बसता है|

गंगा घाट होती संध्या आरती है,
वो भक्ति की गूंज मन को भाती है|

जब लोग गंगा में डुबकी लगाते है,
सारे बिगड़े काम यहां तर जाते है|

पाप सारे मिटते ही गंगा में है,
आत्मा को मिलता मोक्ष गंगा में है|

कितनी अनोखी ये ईश्वर की लीला है,
हरी के द्वार में बसी गंगा मैया है|

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8 Comments

Seema Priyadarshini sahay

11-Jun-2022 05:13 PM

👌👌सुंदर

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Dr. Arpita Agrawal

10-Jun-2022 10:55 AM

बेहतरीन 👌👌

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Raziya bano

10-Jun-2022 06:52 AM

Nice

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